Pratap singh khachariyawas vs Gopal sharma : सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी गोपाल शर्मा की बढ़ती रफ्तार से कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप सिंह खाचरियावास चिंतित हैं। गोपाल शर्मा ने आरोप लगाया है कि खाचरियावास हिंसा की कोशिश कर लोगों को डरा धमका रहे हैं। अपने चहेतों को पुलिस में नियुक्ति करवाकर दुरुपयोग कर रहे हैं।
गोपाल शर्मा ने कहा कि सिविल लाइंस में बीजेपी का बैनर झंडा, फर्री नहीं लगाने दे रहे हैं, जिससे कांग्रेस का ही प्रचार दिखाई दे। रात को बीजेपी की प्रचार सामग्री को हटाया जा रहा है। आदर्श आचार संहिता की बातें की जाती है, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशियों की यह हरकत लोकतंत्र का अपहरण है।
गोपाल शर्मा ने कहा कि सिविल लाइंस में अपराधियों का गिरोह सक्रिय है जो लोकतंत्र को बंधक बनाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के कारण खाचरियावास का मंत्रालय बदल दिया गया, अधिकार छीन लिए गए। उनके काले चिट्ठे मेरे पास है जिन्हें खोल दिया तो चुनाव लड़ने लायक भी नहीं रह जाएंगे।
गोपाल शर्मा ने कहा कि यह चुनाव अहंकार, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण के खिलाफ लड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि खाचरियावास उन पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हैं। लेकिन यह अच्छे से समझ ले कि 40 साल की पत्रकारिता के इतिहास में कभी उन्हें अपनी खबर का खंडन भी नहीं छापना पड़ा है। ऐसे में जयचंद स्वरूपी कांग्रेस प्रत्याशी स्वयं को राम का वंशज बताने से पहले कानून की धाराओं का अध्ययन कर ले, कि जेल जाने के लिए कौन-कौन सी धाराओं की जरूरत पड़ती है।
गोपाल शर्मा के आरोपों पर प्रताप सिंह खाचरियावास का जवाब
प्रताप सिंह खाचरियावास ने गोपाल शर्मा के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि गोपाल शर्मा झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिविल लाइंस में कोई भी हिंसा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि गोपाल शर्मा झूठ फैलाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
खाचरियावास ने कहा कि गोपाल शर्मा खुद भ्रष्टाचारी हैं। उन्होंने कहा कि गोपाल शर्मा के खिलाफ कई भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि गोपाल शर्मा को चुनाव हारने का डर है इसलिए वह झूठ बोल रहे हैं।
चुनाव परिणाम पर क्या असर पड़ेगा?
सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। हालांकि गोपाल शर्मा के आरोपों से कांग्रेस को नुकसान हो सकता है