
Goa, 2025 – आध्यात्मिकता और सनातन संस्कृति का ऐसा संगम पहले कभी नहीं देखा गया! श्री दत्त पद्मनाभ पीठ और सद्गुरु फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित गोवा स्पिरिचुअल फेस्टिवल 2025 के दौरान समुद्र तट पर दिव्य नारायण महाआरती का भव्य आयोजन किया गया। हजारों दीपों की जगमग रोशनी, वेद मंत्रों का गूंजता नाद और लहरों के बीच जलती अग्नि की आभा ने पूरे वातावरण को मंत्रमुग्ध कर दिया।

संतों की पावन उपस्थिति ने बढ़ाई महाआरती की गरिमा
इस ऐतिहासिक महाआरती में देश-विदेश के प्रसिद्ध संत-महंतों की दिव्य उपस्थिति रही। अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री अनंत श्री विभूषित स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वतीजी, स्वामी संपूर्णानंद ब्रह्मचारी (अग्नि अखाड़ा – सचिव), स्वामी भूपेंद्रगिरीजी महाराज (हरिद्वार), मोहनजी (संस्थापक, मोहनजी फाउंडेशन – यूरोप), बाबा हठयोगी (गौरी शंकर गोशाला, हरिद्वार), स्वामी शंकरतिलक महाराज (स्पेन) और योगी आशुतोष (दिल्ली) जैसे महान संतों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी दिव्य बना दिया।
सूर्यदेव और समुद्र को साक्षी मानकर हुई दिव्य आरती
गोवा के मुरगांव समुद्र तट पर सूर्यास्त के समय जब महाआरती का शुभारंभ हुआ, तो ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो स्वयं देवगण इस आयोजन को देखने के लिए आ पहुंचे हों। नारायण महाआरती में हजारों दीपों की रोशनी से समुद्र किनारा जगमगा उठा और श्रद्धालु भक्ति में लीन हो गए। वेदों के मंत्रोच्चार, शंख ध्वनि और ढोल-नगाड़ों की गूंज से पूरा माहौल दिव्यता से भर गया।

राजनीति और उद्योग जगत की भी रही उपस्थिति
इस अनोखे आध्यात्मिक महोत्सव में केवल संत समाज ही नहीं, बल्कि राजनीति और उद्योग जगत की कई बड़ी हस्तियां भी शामिल हुईं। गोवा के समाज कल्याण मंत्री सुभाष फळदेसाई, मुरगांव विधायक संकल्प आमोणकर, वास्को विधायक कृष्णा साळकर, नेटवर्क 10 टीवी चैनल के प्रमुख संपादक संजय गिरी, वराह इंफ्रा लिमिटेड के प्रबंध निदेशक प्रेम सिंह राव, गल्फ महाराष्ट्र बिजनेस फोरम के अध्यक्ष डॉ. सुनील मांजरेकर, बीएचयू के व्याकरण विभाग प्रमुख प्रो. रामनारायण द्विवेदी और खान मीडिया सिटी, दुबई के अध्यक्ष एवं सीईओ डॉ. मोहम्मद खान जैसी प्रतिष्ठित हस्तियां भी इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनीं।
जनसैलाब ने किया श्रद्धा और भक्ति का प्रदर्शन
इस महाआरती को देखने के लिए न केवल गोवा बल्कि देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु उमड़े। हर कोई इस दिव्य आयोजन का साक्षी बनने को उत्सुक था। भक्तों ने दीप जलाकर आरती में भाग लिया और इस अलौकिक दृश्य को अपने कैमरों में कैद किया। सोशल मीडिया पर इस भव्य आयोजन की तस्वीरें और वीडियो जमकर वायरल हो रहे हैं।
श्री दत्त पद्मनाभ पीठ की ऐतिहासिक पहल
पद्मश्री सद्गुरु ब्रह्मेशानंद आचार्य स्वामीजी के दिव्य संकल्प से श्री दत्त पद्मनाभ पीठ ने यह अद्वितीय आयोजन किया, जिसने आध्यात्मिकता और सनातन संस्कृति को एक नई ऊंचाई प्रदान की है। इस महाआरती ने यह सिद्ध कर दिया कि धर्म और अध्यात्म की जड़ें आज भी उतनी ही गहरी और मजबूत हैं।
यह ऐतिहासिक महोत्सव न केवल गोवा बल्कि पूरे भारत के लिए एक गौरवशाली क्षण था, जिसने हमारी संस्कृति की भव्यता और दिव्यता को विश्वभर में प्रदर्शित किया।