आदिवासी हेयर ऑयल

आदिवासी हेयर ऑयल: सेलेब्स के प्रमोशन का जाल, फर्जीवाड़े का खेल!

सोनू सूद, एल्विस यादव, RJ नावेद जैसे चर्चित चेहरों के प्रमोशन से चमक बिखेरने वाला ‘आदिवासी हेयर ऑयल’ अब फर्जीवाड़े के दलदल में फंसता नजर आ रहा है। जाने-माने हेयर ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ डॉ. अशोक सिन्हा ने एक वीडियो जारी कर इस तेल की पोल खोल दी है। उनके मुताबिक, इस तेल के बाल बढ़ाने और झड़ना रोकने के सभी दावे झूठ के सिवा कुछ नहीं हैं।

डॉ. अशोक सिन्हा के खुलासे से यह भी साफ हुआ है कि एक ही व्यक्ति अलग-अलग ब्रांड के नाम से इस तेल को बेच रहा है, हर बार इसे ‘ऑरिजिनल’ बताकर। लेकिन हकीकत ये है कि इनमें से किसी भी ब्रांड के पास जरूरी लाइसेंस और प्रमाणपत्र नहीं हैं।

आयुर्वेद के नाम पर धोखा

आदिवासी हेयर ऑयल खुद को आयुर्वेदिक बताता है, लेकिन इसकी बनाने की विधि आयुर्वेद के सिद्धांतों के बिल्कुल उलट है। इसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री, बनाने का तरीका और इसके संभावित नुकसान के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जाती।

डॉ. सिन्हा ने चेतावनी दी है कि इस तरह के फर्जी उत्पादों से न सिर्फ आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि सेहत को भी खतरा हो सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे झूठे प्रचार से बचें और कोई भी प्रोडक्ट खरीदने से पहले उसकी अच्छी तरह जाँच करें।

सेलेब्स की जिम्मेदारी पर सवाल

इस मामले ने एक बार फिर सेलिब्रिटीज द्वारा किए जाने वाले प्रमोशन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या सेलेब्स को किसी भी प्रोडक्ट का प्रचार करने से पहले उसकी जाँच-पड़ताल नहीं करनी चाहिए? क्या उनकी जिम्मेदारी सिर्फ पैसा कमाना है, या फिर अपने प्रशंसकों के हितों का भी ध्यान रखना है?

आगे क्या?

देखना होगा कि इस खुलासे के बाद सरकार और संबंधित विभाग क्या कदम उठाते हैं। क्या इस फर्जीवाड़े में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी? क्या सेलिब्रिटीज के प्रमोशन को लेकर कोई नियम-कानून बनाए जाएंगे? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब आने वाले समय में मिलेंगे।