
प्रतापगढ़ : राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में आगामी श्रीमद भागवत कथा के आयोजन से पहले युवाचार्य अभयदास जी महाराज को एक खतरनाक धमकी मिली है। धमकी देने वाले ने महाराज को खुले आम जान से मारने की बात कही है, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है। यह मामला अब तेजी से तूल पकड़ रहा है और राजनीतिक व धार्मिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।
क्या है पूरा मामला?
बताया जा रहा है कि स्वामी अभयदास जी महाराज को कुछ दिन पहले आदिवासी समुदाय के खिलाफ कथित बयान देने को लेकर विरोध का सामना करना पड़ा था। इसके बाद अब उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी देने वाले ने कहा है कि अगर अभयदास जी ने माफी नहीं मांगी, तो वे गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। यह धमकी सीधे तौर पर महाराज के जीवन को खतरे में डालने वाली है।
भारत आदिवासी पार्टी का आरोप
भारत आदिवासी पार्टी ने स्वामी अभयदास जी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने आदिवासी समाज के खिलाफ भड़काऊ बयान दिए हैं। पार्टी के नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर अभयदास जी अपनी टिप्पणी पर माफी नहीं मांगते, तो वे आंदोलन करेंगे और उनका विरोध करेंगे। अब इस विवाद ने तूल पकड़ लिया है, और पार्टी ने महाराज को सीधे तौर पर धमकी दी है कि वह “संभल जाएं”।
स्वामी अभयदास जी महाराज का बयान
स्वामी अभयदास जी महाराज ने धमकी के बाद अपनी सफाई दी और कहा, “मेरे प्रवचन का उद्देश्य सिर्फ धर्म का प्रचार करना था। मैंने कभी किसी भी समुदाय का अपमान नहीं किया है। जो लोग इसे गलत तरीके से पेश कर रहे हैं, वे सिर्फ राजनीति कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि वह धमकियों से डरने वाले नहीं हैं और समाज के भले के लिए अपने कार्य को जारी रखेंगे।
यह विवाद उस समय सामने आया है जब श्रीमद भागवत कथा का आयोजन 23 अप्रैल 2025 से प्रतापगढ़ में किया जा रहा है। इस धार्मिक आयोजन में कई बड़े संतों और धार्मिक नेताओं का आगमन होने वाला है, और इसे लेकर प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। कथाकार युवाचार्य अभयदास जी महाराज के साथ जैन आचार्य श्री लोकेश मुनि जी, देवकीनंदन ठाकुर जी, और प्रदीप मिश्रा जी जैसे प्रमुख संत भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।
प्रशासन की सक्रियता
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा इंतजामों को और सख्त करने की योजना बनाई है। पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है और आयोजकों को भी सुरक्षा बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया है। प्रशासन का कहना है कि यदि इस मामले में कोई उपद्रव हुआ तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
आगे क्या होगा?
स्वामी अभयदास जी महाराज के खिलाफ बढ़ते विवाद ने इस धार्मिक आयोजन को अब राजनीतिक और सामाजिक मुद्दे में बदल दिया है। क्या यह मामला सुलझेगा या फिर यह और बढ़ेगा, यह तो समय ही बताएगा। लेकिन फिलहाल, प्रतापगढ़ में हो रही इस बड़े धार्मिक आयोजन को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता और चिंताएं बनी हुई हैं।