Jaipur : अक्सर हमें बताया जाता है कि कुछ रास्ते सिर्फ लड़कियों के लिए हैं या कुछ रास्ते सिर्फ लड़कों के लिए। लेकिन जयपुर के रजत जैन ने इन बंदिशों को तोड़कर एक मिसाल कायम की है। आज वे एक जाने-माने डायटीशियन हैं, लेकिन उनका यह सफर आसान नहीं था।
होम साइंस में 30 लड़कियों के बीच अकेला लड़का
बूंदी जिले के छोटे से कस्बे हिंडोली से निकलकर रजत ने जब गृह विज्ञान विषय चुनने का फैसला किया, तो उन्हें समाज के तानों और मज़ाक का सामना करना पड़ा। लोगों ने उन्हें समझाने की कोशिश की कि यह ‘लड़कियों का सब्जेक्ट’ है, लेकिन रजत ने अपने सपनों की उड़ान नहीं रोकी। कॉलेज में भी उनकी राह आसान नहीं थी। 30 लड़कियों के बीच अकेले लड़के के रूप में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
“कॉलेज के दिनों में मुझे बहुत कुछ सुनना पड़ता था। लोग कहते थे कि मैं लड़कियों के साथ क्यों पढ़ रहा हूँ, यह तो लड़कियों का सब्जेक्ट है। लेकिन मैंने कभी इन बातों को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। मेरा मानना था कि अगर मुझे कुछ करना है, तो मैं कर सकता हूँ, चाहे वो कोई भी फील्ड हो।” रजत जैन ने बताया।
आज हैं कामयाब डायटीशियन
रजत जैन ने न सिर्फ इन चुनौतियों का डटकर सामना किया, बल्कि अपनी मेहनत और लगन से सभी को अपनी काबिलियत का लोहा भी मनवाया। आज रजत जैन न सिर्फ एक सफल डायटीशियन हैं, बल्कि वे एक स्पोर्ट्स न्यूट्रिशनिस्ट, क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और सर्टिफाइड डायबिटीज़ एजुकेटर भी हैं। उन्होंने खाद्य और पोषण के साथ-साथ योग में भी महारत हासिल की है। वे राजस्थान पुलिस अकादमी, राष्ट्रीय पुलिस अकादमी और यहां तक कि राजस्थान रॉयल्स के साथ भी काम कर चुके हैं!
प्रेरणा की मिसाल
रजत की कहानी उन सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो समाज के बनाए नियमों से बंधे हुए हैं। वे साबित करते हैं कि अगर जुनून हो तो कोई भी मुश्किल राह आसान हो सकती है। अगर आप भी किसी चीज़ के लिए पैशनेट हैं, तो उसे करने से मत डरिए। कौन जाने, आप भी किसी दिन रजत जैन की तरह एक मिसाल बन जाएँ!