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बिहार से राजस्थान तक: अनिल सिंह ने जड़ी-बूटियों की खेती से करते हुए, खड़ा किया करोड़ों का आयुर्वेदिक दवा व्यापार

जयपुर, 30 सितंबर – कभी बिहार के दानापुर की गलियों में जड़ी-बूटियों की खेती करने वाले अनिल सिंह आज राजस्थान की राजधानी जयपुर में करोड़ों के आयुर्वेदिक साम्राज्य के मालिक हैं। उनकी कंपनी ‘नारायण औषधि’ आयुर्वेद के क्षेत्र में एक चमकता सितारा बन गई है, जो न सिर्फ 400 से ज्यादा आयुर्वेदिक दवाओं का निर्माण कर रही है, बल्कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए भी एक प्रभावशाली दवा विकसित की है।

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जुनून और मेहनत से मिली कामयाबी

अनिल सिंह का यह सफर आसान नहीं था। उनके दादा और परदादा भी आयुर्वेदिक औषधियों के किसान थे, जिससे उन्हें इस क्षेत्र में गहरी रुचि पैदा हुई। 25 साल पहले उन्होंने विभिन्न जड़ी-बूटियों की खेती शुरू की। हालांकि, उनकी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए। उन्होंने कई तरह के व्यापार किए, लेकिन हर बार उन्हें असफलता ही हाथ लगी। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने जुनून को जिंदा रखा।

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‘नारायण औषधि’ से मिली नई पहचान

वर्ष 2010 में अनिल सिंह ने अपने पिता के नाम पर ‘धीरज हर्ब्स प्राइवेट लिमिटेड’ नामक कंपनी की स्थापना की। इस कंपनी का मुख्य कार्यालय उनके गृहनगर दानापुर में ही है। यह कंपनी आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण और वितरण का काम करती है। इसके साथ ही उन्होंने ‘ड्रग होम’ नामक एक फार्मा चेन बिजनेस भी शुरू किया, जो पूरे बिहार में तेजी से फैल रहा है।

जयपुर में नई शुरुआत और नई ऊंचाइयां

2020 में अनिल सिंह ने अपने कुछ दोस्तों और बिजनेस गुरुओं की सलाह पर जयपुर में ‘नारायण औषधि प्राइवेट लिमिटेड’ की स्थापना की। यह कंपनी आज 400 से ज्यादा तरह की आयुर्वेदिक दवाओं का निर्माण करती है और लगातार नए आयाम स्थापित कर रही है।

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कैंसर के इलाज की प्रभावशाली आयुर्वेदिक दवा बनाई

अनिल सिंह और उनकी टीम कैंसर जैसी लाइलाज बीमारियों के इलाज के लिए लगातार शोध कर रही है। हाल ही में उन्होंने ‘KIM100’ नामक एक आयुर्वेदिक दवा लॉन्च की है, जो कैंसर रोगियों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है और उनके इलाज में एक नई उम्मीद जगा रही है।

अनिल सिंह अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां चानों देवी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हैं। वे कहते हैं, “मेरी मां मेरी सबसे बड़ी आदर्श हैं। उनकी प्रेरणा और मोदी सरकार के समर्थन से ही मुझे आयुर्वेद के क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका मिला।”

अनिल सिंह की यह कहानी उन सभी लोगों के लिए एक मिसाल है, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वे साबित करते हैं कि अगर आपके पास दृढ़ निश्चय और कड़ी मेहनत करने का जज्बा है, तो आप किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकते हैं।