जयपुर: राजस्थान में पेपर लीक मामले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। विशिष्ट सत्र न्यायालय (धन शोधन निवारण अधिनियम 2002) ने पेपर लीक के आरोप में फरार चल रहे अभियुक्तों सुरेश कुमार ढाका, जोगेंद्र सारण, सुरेश विश्नोई, प्रदीप खींचड़ और नेताराम कलबी के खिलाफ इस्तहार जारी किया है।
क्या है मामला?
24 दिसंबर 2022 को आयोजित राजस्थान लोक सेवा आयोग की वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा (द्वितीय श्रेणी) का सामान्य ज्ञान और शैक्षिक मनोविज्ञान का पेपर लीक हो गया था। पुलिस ने उदयपुर जिले के बेकरिया थाना क्षेत्र में एक बस से हल प्रश्न पत्र (सॉल्व्ड क्वेश्चन पेपर) के साथ 45 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें 37 परीक्षार्थी, 4 डमी उम्मीदवार और गिरोह के दो सदस्य शामिल थे।
66 गिरफ्तारियां और फरार आरोपी
अब तक इस मामले में कुल 66 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, मुख्य आरोपी सुरेश कुमार ढाका और अन्य चार आरोपी अब भी फरार हैं। सुखेर थाना क्षेत्र के हिमांशी होटल से भी 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
कोर्ट का आदेश
जयपुर की सीबीआई कोर्ट ने फरार आरोपियों के खिलाफ धारा 82 के तहत नोटिस जारी किया है। सभी आरोपियों को 6 फरवरी 2025 तक कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया गया है।
कौन हैं फरार आरोपी?
- सुरेश कुमार ढाका: निवासी अचलपुर, जिला सांचौर।
- जोगेंद्र सारण उर्फ जोगा: निवासी खारा, जिला जालौर।
- सुरेश विश्नोई: निवासी सुरतों की ढाणी, जिला सांचौर।
- प्रदीप खींचड़: निवासी भाटीप, जिला सांचौर।
- नेताराम कलबी चौधरी: निवासी भादरूणा, जिला जालौर।
क्या होगा आगे?
अगर आरोपी तय तारीख तक कोर्ट में पेश नहीं होते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है। पुलिस और एसओजी टीम इस मामले की जांच में जुटी हुई है।
इस पेपर लीक प्रकरण ने एक बार फिर परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि आरोपी कब तक कानून के शिकंजे में आते हैं।