
कुंडई: स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने गोपालक बनकर गौसेवा की। जिस प्रकार हम भगवान की पूजा करते हैं, उसी प्रकार धर्म ने हमें गौमाता की पूजा करने का मार्ग दिखाया है। गौमाता सभी के लिए पूजनीय और वंदनीय है। पूज्य ब्रह्मेशानंदाचार्य स्वामीजी का संकल्प है कि गोभूमि पर गौमाता का वध न हो, क्योंकि जब तक गौमाता सुरक्षित है, तब तक सनातन धर्म भी सुरक्षित है। “वसुधैव कुटुंबकम्” के माध्यम से पूज्य स्वामीजी ने सनातन धर्म के जागरण का कार्य किया है। सनातन का अर्थ है – सत्य को धारण करना। जो सत्य का अनुसरण करता है, वही सनातनी है। ऐसा प्रेरणादायी संदेश स्वामी भूपेंद्रगिरीजी – हरिद्वार ने दिया।
“एक मंदिर, एक गोशाला” का संकल्प लें : सद्गुरु ब्रह्मेशानंदाचार्यजी
गोवा में जिस प्रकार गौ-पालन, संरक्षण और संवर्धन किया जा रहा है, उसे और अधिक बढ़ाने की आवश्यकता है। गौमाता की रक्षा के लिए गोवा के लोग “एक मंदिर, एक गोशाला” का संकल्प लें। गौमाता सभी का पालन-पोषण करती है और जब हमारे परिवार का कोई सदस्य बीमार होता है, तो उसे भी चिंता होती है। गाय हमारी माता है। प्राचीनकाल में राजा भी गौसेवा के लिए तत्पर रहते थे। राजा दिलीप ने संतान प्राप्ति के लिए गौसेवा की और गौमाता की रक्षा हेतु अपना जीवन समर्पित करने तक को तैयार हो गए। भारत की संस्कृति ने गौमाता को इतना सम्मान और महत्व प्रदान किया है। गौमाता, भूमाता और जन्मभूमि – इन तीनों के साथ अपने पवित्र संबंधों को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। यह प्रेरणादायी संदेश श्री दत्त पद्मनाभ पीठ के पीठाधीश्वर, पद्मश्री सद्गुरु ब्रह्मेशानंदाचार्य स्वामीजी ने दिया।
गौ रक्षा और गौ संवर्धन को प्रोत्साहित करने हेतु गो गोवा गोशाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें गोवा की विभिन्न गोशालाओं के प्रतिनिधियों को एक ही मंच पर आमंत्रित किया गया। इस अवसर पर तपोभूमि गोशाला में गोदान अभियान के अंतर्गत गौदान करने वाले श्रद्धालुओं को पूज्य संतों के करकमलों से आशीर्वादस्वरूप सम्मान प्रदान किया गया।
इस अवसर पर अनंत श्री विभूषित महामंडलेश्वर पूज्यपाद स्वामी चिदंबरानंद सरस्वतीजी – पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी, अनंत श्री विभूषित भूपेंद्रगिरी स्वामीजी – हरिद्वार, पूज्य स्वामी स्वात्मानंद जी – यूएसए, के. वी. कुप्पुसामी – चेयरमैन, आर. वी. एस. ग्रुप, कोयंबत्तूर, डॉ. संजयकुमार उद्धरवार – वैज्ञानिक, आई. सी. ए. आर., डॉ. श्रेयस जाधव – गो कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर, प्रो. विनोद अटकरी – गो कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर, रामा परब – असिस्टेंट डायरेक्टर, ए. एच. वी. एस., फोंडा, मेंबर ऑफ बोर्ड डायरेक्टर कमिटी – गोवाडेरी, डॉ. संजय उद्धरवार – वैज्ञानिक, आई. सी. ए. आर., डॉ. राहुल कुलकर्णी – वैज्ञानिक, आई. सी. ए. आर., एडवोकेट ब्राह्मीदेवीजी – अध्यक्षा, सत्गुरु फाउंडेशन आदि मान्यवर उपस्थित थे।