दुबई में इस बार का ग्लोबल स्पिरिचुअल फेस्टिवल 2025 भारतीय संस्कृति और आध्यात्म का भव्य प्रदर्शन कर रहा है। इस आयोजन में कई दिग्गज हस्तियों को सम्मानित किया गया, जिनमें से एक नाम जो सबसे ज्यादा चर्चा में है, वो है राव प्रेम सिंह। तो चलिए जानते हैं, आखिर कौन हैं राव प्रेम सिंह और क्यों उन्हें इतना खास सम्मान दिया गया।
राव प्रेम सिंह: भारतीय संस्कृति के संरक्षक
राव प्रेम सिंह, राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल के रहने वाले हैं। 24 अप्रैल 1978 को जन्मे राव प्रेम सिंह का परिवार भारतीय परंपराओं और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक है
क्या करते हैं राव प्रेम सिंह?
राव प्रेम सिंह एक सफल उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वह वराह इंफ्रा लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं, जो भारत में सड़क निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी है। इसके अलावा, वह कई अन्य संगठनों से जुड़े हुए हैं:
- नीलकंठ महादेव मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन
- सहस्त्र गुरुकुल संस्थान के संस्थापक
- थारपारकर काउ रिसर्च और प्रिजर्वेशन सेंटर के संरक्षक
दुबई में क्यों मिला सम्मान?
ग्लोबल स्पिरिचुअल फेस्टिवल में राव प्रेम सिंह को भारतीय संस्कृति और सामाजिक विकास के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण, बालिका शिक्षा और जालोर जैसे पिछड़े क्षेत्रों में साक्षरता बढ़ाने के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
उनकी सोच और विजन
राव प्रेम सिंह का कहना है, “हमारी संस्कृति हमारी पहचान है। इसे आगे बढ़ाना और पूरी दुनिया में फैलाना हमारा कर्तव्य है।” उन्होंने जालोर में भारत माता की 405 फीट ऊंची मूर्ति बनाने की योजना भी बनाई है, जो भारतीय गौरव का प्रतीक होगी।
ग्लोबल स्पिरिचुअल फेस्टिवल में राव प्रेम सिंह जैसे व्यक्तित्वों का सम्मान भारतीय संस्कृति के लिए गर्व की बात है। उनके कार्य और विचार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा हैं।