चीन में खाद्य संकट: बाढ़ के बाद खेतों में उत्पादन में गिरावट
बीजिंग, ९ अगस्त २०२३: चीन में बाढ़ के परिणामस्वरूप एक खाद्य संकट की स्थिति उत्पन्न हो रही है। बाढ़ के कारण मुख्य खेती क्षेत्रों में पानी भर गया है, जिसके कारण खाद्य की कीमतें बढ़ रही हैं।
चीन के पिछले कुछ महीनों में विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सबसे पहले बुढ़ापे की वायदा उम्र ने देश को ग्रस्त किया है। फिर तूफान डोकसूरी ने बड़ी तबाही मचाई, जिसके कारण कई शहर बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। अब चीन के प्रमुख उपजाऊ क्षेत्र भी इस बाढ़ की वजह से प्रभावित हो चुके हैं, जिससे खाद्य आपूर्ति में तनाव बढ़ रहा है।
चीन के पूर्वोत्तर क्षेत्र में प्रमुख अनाज उत्पादक क्षेत्र खेती के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन बाढ़ के पानी ने इन क्षेत्रों को प्रभावित किया है। बाढ़ का पानी खेतों में घुस गया है और खेती का उत्पादन कम हो रहा है। तूफान डोकसूरी के बाद लगभग १० लाख लोग विस्थापित हो गए हैं, जबकि कम से कम ३० लोगों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़े राजधानी बीजिंग और हेबई प्रांत में सामने आए हैं।
पूर्वोत्तर में स्थित जिलिन प्रांत के शुलान में बाढ़ की वजह से १४ लोगों की मौत हुई है, जिसमें शहर के डिप्टी मेयर भी शामिल हैं। शुलान से १८ हजार लोगों को अपने घरों से बाहर निकालना पड़ा है। पड़ोसी राज्य हेइलोंगजियांग में बाढ़ की वजह से नदियों के किनारे स्थित खेती क्षेत्र खतरे में हैं, जिनमें चावल की खेती प्रमुख है।
खाद्य विलोमता बढ़ सकती है
चीन के कृषि मंत्रालय ने खेती में बदलाव की आलोचना की है, जो इसे दिखाता है कि देश के खेतों में उत्पादन में गिरावट हो रही है। गेहूं की पैदावार भी कम हो गई है और चावल के खेत भी बर्बाद हो चुके हैं। पिछले साल की बरसात ने फसलों को नुकसान पहुंचाया और अब इस साल की बाढ़ ने दोबार
ा से नुकसान किया है। इसके परिणामस्वरूप चीन में खाद्य विलोमता बढ़ सकती है और खाद्य की कीमतों में वृद्धि हो सकती है।